एनसीपी (NCP) यूथ विंग के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने दिल्ली में हुए पार्टी के सम्मेलन में शरद पवार (Sharad Pawar) को यूपीए का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने इस बाबत प्रस्ताव हुई पारित किया है। यह प्रस्ताव खुद शरद पवार की मौजूदगी में मंजूर किया गया है। हालांकि की यूथ विंग के इस वक्तव्य और प्रस्ताव की वजह से कांग्रेस (Congress) के नेताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है। दूसरी तरफ शिवसेना (Shivsena) के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस की खिंचाई की है। उन्होंने कहा कि शरद पवार राजनीति के भीष्म पितामह हैं, इस विषय में, मैं उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से चर्चा करूंगा। यूपीए किसी की जागीर नहीं है।
संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व किसे करना है। यह उनकी पार्टी का विषय है लेकिन कांग्रेस को यूपीए के लिए प्रयास करना चाहिए। यूपीए की निजी प्रॉपर्टी नहीं है। बीजेपी के विरोध में ममता बनर्जी प्रयास कर रही हैं, केजरीवाल कोशिश कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस की तरफ से कोई भी जिम्मेदारी नजर नहीं आ रही है।
नाना पटोले ने कहा कि यह एक तरह का अघोषित आपातकाल है। इसका विरोध निश्चित तौर पर किया जाएगा। बीजेपी देश में तानाशाही लाने की कोशिशों में जुटी है। बीजेपी और मोदी के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर ईडी की रेड डाली जा रही है। हम भी केंद्रीय जांच एजेंसियों के खिलाफ रणनीति बनाएंगे। रेड डलवाकर बीजेपी भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी होती है। यह बीजेपी को समझना होगा, अब जनता ही उन्हें सबक सिखाएगी।