- करुणा के विकास से ही बेहतर समाज का निर्माण संभव – श्री श्री रविशंकरजी
- मौजूदा समय में जैन और बौद्ध धर्म के सिद्धांतों की समूचे विश्व को जरूरत – आचार्य लोकेशजी
- श्री श्री और आचार्यश्री के सम्मान से अवार्ड स्वयं सम्मानित होगा – भिक्खु संघसेना
नई दिल्ली : आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकरजी, अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक व जैन आचार्य लोकेशजी को अध्यात्म, मानव कल्याण, विश्व शांति व सद्भावना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए एवं JAINA संस्था को महाबोद्धि इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर (एमआईएमसी) द्वारा प्रतिष्ठित महकरुणा अवार्ड 2023 से सम्मानित किया जाएगा | एमआईएमसी के संस्थापक अध्यक्ष भिक्खु संघसेना जी द्वारा आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर बेंगलोर में अंतर्राष्ट्रीय महाकरुणा दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हो रहे ‘महाकरुणा (कोम्पेशन इन एक्शन) अवार्ड 2023’ समारोह में दोनों विश्वविख्यात संतों का होगा सम्मान ।

- आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकरजी ने एक संदेश में कहा कि यह खुशी का विषय है अंतर्राष्ट्रीय महाकरुणा दिवस का आयोजन बेंगलोर स्थित आर्ट ऑफ लिविंग के मुख्यालय पर होने जा रहा है। उन्होने कहा कि करुणा के विकास से ही बेहतर समाज का निर्माण संभव है।
- अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य लोकेशजी ने अंतर्राष्ट्रीय महाकरुणा दिवस के अवसर पर देशभर में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों के लिए पूरे बौद्ध समाज को अग्रिम शुभकामनाएँ दी और कहा कि जैन और बौद्ध धर्म दोनों में अहिंसा, दया, प्रेम, क्षमा आदि मानवतावादी गुणों का महत्त्व है, जिनकी आज विश्व को जरूरत है|

महाबोद्धि इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर के संस्थापक अध्यक्ष भिक्खु संघसेना ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रतिष्ठित ‘महाकरुणा अवार्ड’ 2023 के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में प्राप्त आवेदनों में से पूज्य गुरुदेव श्री श्री रवि शंकरजी, विश्व शांतिदूत आचार्य लोकेशजी एवं JAINA का नाम उनके द्वारा अध्यात्म, मानव एवं समाज कल्याण, विश्व शांति व सद्भावना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए चयनित हुआ है जो कि पूरे बौद्ध समाज के लिए हर्ष का विषय है । उन्होने अहिंसा विश्व भारती के मुख्यालय में आचार्य लोकेशजी से भेंट कर चयन समिति के पुरस्कार निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि हम सब महसूस करते हैं कि श्री श्री और आचार्यश्री को पुरस्कृत करने से पुरस्कार स्वयं सम्मानित होगा।