पश्चिमी सभ्यता के आक्रमण के कारण समाज में बढ़ती जा रही दायित्व हीनता ने कला और साहित्य को साधना की जगह व्यवसाय बना दिया है। इसलिए कला और साहित्य भारतीय- सांस्कृतिक परंपराओं से दूर रहो रहे हैं। कला और साहित्य के क्षेत्र में सकारात्मक सोच और रचनात्मक सृजन के लिए समर्पित संस्कार भारती इस दिशा में सार्थक प्रयास कर रही है। ये विचार संस्कार भारती के जिला अध्यक्ष डॉ. के.जी. मिश्रा ने तिलक भवन में आयोजित संस्कार भारती की जिला स्तरीय बैठक में उपस्थित कलाकारों के संबोधन में व्यक्त किए।
इस अवसर पर उपस्थित मध्यक्षेत्र प्रमुख श्री अनिल जोशी और संस्कार भारती के प्रांतीय सह मंत्री एम. एल. कुशवाह ने भी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए संस्कार भारती की गतिविधियों की प्रगति से अवगत कराया।
- कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री श्री अखिलेश खंडेलवाल ने किया।
इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष विजय चौकसे, अनूप रिछारिया, सुरेश मिश्रा, कमल झा, हर्ष तिवारी, ऋतु कुलश्रेष्ठ, आदि कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।