नई दिल्ली. बिहार की आरजेडी और जेडीयू गठबंधन सरकार (JDU-RJD coalition Government) में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) के रामचरित मानस (Ramcharit Manas) पर दिए बयान पर अब सियासत तेज हो गई है. मंत्री के बयान को न केवल रामचरित मानस का अपमान माना जा रहा है. बल्कि अब उनके इस्तीफा मांगने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है. दिल्ली की उत्तर पूर्वी लोकसभा से भाजपा सांसद मनोज तिवारी (BJP MP Manoj Tiwari) ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान की कड़ी आलोचना की है और मंत्री को नसीहत दी है कि वो पहले इसकी महिमा को पढ़ कर आएं.

सांसद मनोज तिवारी ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनका यह बयान पूरे बिहार को अपमानित कर रहा है. उन्होंने राम चरित मानस पढ़ी ही नहीं है. उनको नहीं पता कि राम चरित मानस की महिमा क्या है.
मनोज तिवारी ने कहा कि बिहार सीता मैया की धरती है और अगर शिक्षा मंत्री ही राम चरित मानस का अपमान कर रहे हैं तो सवाल खड़े होते हैं कि नीतीश कुमार ने ऐसे व्यक्ति को शिक्षा मंत्री क्यों बनाया हुआ है और अब तक इस बयान पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया.