- राजस्थान से रामस्वरूप रावतसरे की रिपोर्ट
राजस्थान। राजस्थान का जलियांवाला बाग कहे जाने वाले मानगढ़ धाम में 1 नवंबर को नरेंद्र मोदी दौरे पर रहेंगे। पीएम के साथ गुजरात, राजस्थान के राज्यपाल और राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री मानगढ़ धाम पर गोविंद गुरु की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और विशाल आम सभा को संबोधित करेंगें।
मोदी का यह दौरा बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक भी घोषित किया जा सकता है और मानगढ़ धाम के विकास को लेकर भी बड़ी घोषणा इस कार्यक्रम में हो सकती है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है।
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में आदिवासियों की शहादत स्थली मानगढ़ में आयोजित होने वाले इस विशाल कार्यक्रम में एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में तीनो राज्य से लाखों की संख्या में भी लोगो के आने की संभावना है। पीएम के इस कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल लगातार पिछले कई दिनों से बांसवाड़ा में अपना डेरा डाले हुए हैं और दौरे की सारी तैयारियां कर रहे हैं।
मानगढ़ धाम पर मोदी का यह दौरा गुजरात, राजस्थान और एमपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी असर डालेगा, मोदी के मानगढ़ धाम पर दौरे से दूसरी पार्टियों में भी हलचल मची हुई है। मोदी के इस दौरे में मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक बनाने की भी घोषणा हो सकती हैं। पीएम 10 साल पहले मानगढ़ धाम आए थे। 2012 में मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब गुजरात सीमा पर मानगढ़ धाम में विकास किया था, अब पूरे दस साल बाद एक बार फिर मोदी मानगढ़ धाम बतौर प्रधानमंत्री के तौर पर आ रहे हैं। पीएम के इस कार्यक्रम की सुरक्षा को लेकर 3 हजार से अधिक पुलिस कर्मी तैनात रहेंगें।

- मानगढ़ का इतिहास
राजस्थान का जलियांवाला बाग कहा जाने वाला मानगढ़ धाम आदिवासियों का आस्था और भक्ति का सबसे बड़ा केंद्र है। मानगढ़ धाम की पहाड़ी को 17 नवंबर 1913 में ब्रिटिश सेना ने घेर लिया था और गोलीबारी की थी, जिसमें 1500 आदिवासी भाई आजादी की लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुए थे। संत गोविंद गुरु के नेतृत्व में यहां पर आदिवासी भाइयों ने अपने प्राणों की आहुति दी थीं इस शहादत को जो नाम और पहचान मिलनी चाहिए थी वो नही मिली है और जो विकास यहां होना चाहिए था वो भी नहीं हो पाया हैं।
- मानगढ़ में मोदी का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को 11 बजे हेलिकॉप्टर से आमलिया आंबादरा में बने हेलीपेड पर पहुचेंगे, जहां उनका स्वागत किया जाएगा, इसके बाद मोदी बाय रोड़ मानगढ़ धाम पहुचेंगे, जहां पर मानगढ़ धाम पर संत गोविंद गुरु की धूणी के दर्शन करेंगे और पूजा करेंगे। इसके बाद गुजरात सीमा पर बने पार्क में स्थित संत गोविंद गुरु की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और उन्हे नमन करेंगे। इसके बाद पीएम विशाल आम सभा में पहुंचेंगे, जहां पर जनता को संबोधित करेंगे।
- यह होंगे कार्यक्रम में शामिल
मानगढ़ धाम की गौरव यात्रा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय संस्कृति मंत्री किशन रेड्डी, राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, एमपी और गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष शामिल होंगे।

- क्यों खास है पीएम का दौरा
पीएम नरेंद्र मोदी का मानगढ़ धाम दौरा बीजेपी के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि गुजरात में चुनाव नजदीक है और अगले साल राजस्थान और एमपी में विधानसभा चुनाव है,मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया और इसके विकास को लेकर बड़ी घोषणा की तो बीजेपी आदिवासी समाज में एक बार फिर अपनी जगह बना पाएगी। इस दौरे से एमपी,गुजरात और राजस्थान की 99 विधानसभा सीटों पर असर पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम चला रखा है, जिसमें देश की आजादी के आंदोलन में जिन्होंने अपना बलिदान दिया था। उनका नाम इतिहास के पन्नो में कम दर्ज है। उन शहीदों और बलिदानियों के बलिदान को देश के सामने लाने और उनको उनकी पहचान पूरे देश को बताने के लिए यह कार्यक्रम मानगढ़ धाम पर रखा है। मानगढ़ धाम पर भी देश की आजादी के लिए संत गोविंद गुरु के नेतृत्व में 1500 आदिवासी भाइयों ने अपनी जान दी थीं ब्रिटिश सेना की गोलीबारी में यह सभी शहिद हुए थे,सभी शहिद हुए आदिवासी भाइयों को नमन करने के लिए और मानगढ़ धाम को देश में पहचान मिले इसलिए यह आयोजन यहां रखा गया है।