एनएसई घोटाला (NSE Scam) मामले में सेबी के पूर्व प्रमुख एम दामोदरन (M Damodaran) का कहना है कि हिमालय वाले बाबा के मामले में बाजार नियामक की जांच में जिन-जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उन्हें नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) से बाहर कर देना चाहिए। इसके साथ ही एक्सचेंज के अधिकारियों को दी गई शक्तियों (पावर) पर भी फिर से विचार करना चाहिए।
एम दामोदरन (M Damodaran) ने कहा कि एनएसई को नियामक के आदेश में उन सभी नामों पर सख्ती से विचार करना चाहिए और उन्हें बाहर निकाल देना चाहिए। आगे ऐसी स्थितियां फिर से उत्पन्न न हो, इसलिए नियामक को पर्याप्त चेक एंड बैलेंस (checks and Balances) सुनिश्चित करना चाहिए।
सेबी ने अपने आदेश में कहा था कि एनएसई में विचित्र प्रकार के कदाचार (Misconduct) का मामला सामने आया है, जो नियमों का उल्लंघन है. नियामक ने दावा किया कि 2013 से 2016 तक एनएसई की अगुवाई करने वाली चित्रा रामकृष्ण ने हिमालय के एक कथित आध्यात्मिक गुरू के साथ बाजार के वित्तीय अनुमानों, बिजनेस प्लान और बोर्ड के एजेंडा सहित कई अन्य जानकारियां साझा की।