नई दिल्ली. कंझावला केस (Kanjhawala Case) में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने दे दिए हैं. सूत्रों ने बताया है कि गृह मंत्रालय ने इस केस में सख्त तेवर दिखाए हैं और अहम निर्देश जारी कर दिए हैं. मंत्रालय ने कहा है कि वारदात के वक्त जो पीसीआर वैन तैनात थीं जिनकी तादाद तीन है उनमें मौजूद पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए. वहीं, जिस वक्त वारदात हुई इलाके के डीसीपी स्पष्टीकरण दें कि कानून व्यवस्था के क्या इंतजाम है और अगर कुछ उचित जवाब नहीं है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही वारदात की जगह के आसपास इलाकों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए.
सूत्रों ने बताया कि इस घटना पर गृह मंत्रालय ने पहले भी निर्देश जारी किए थे, जिन पर दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट पेश की थी. अब इस रिपोर्ट पर गृह मंत्रालय ने नया आदेश दिया है. इससे पहले मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सान्या दलाल ने सोमवार को एक आदेश में कहा था, ‘वह (संयुक्त पुलिस आयुक्त) शुरुआत में तड़के 3.24 बजे और 4.11 बजे आए पीसीआर कॉल पर कार्रवाई में हुई देरी की वजह बताते हुए रिपोर्ट सौंपें.’
गौरतलब है कि नए साल के पहले ही दिन तड़के अंजलि की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी और कार में फंस गई अंजलि को वे लोग करीब 12 किलामीटर तक सड़कों पर घसीटते रहे जिससे उसकी मौत हो गई थी. उसका शव बाहरी दिल्ली के कंझावला इलाके में सड़क किनारे पड़ा मिला था. आरोपी सबसे पहले नए साल के मौके पर हरियाणा के मुरथल में ढाबे पर खाना खाने गए थे. घटना के समय वे नशे में थे और लौटते समय अंजलि की स्कूटी में टक्कर मार दी थी.