- संवाददाता दिनेश शिंदे
असिस्टेंट कमाडेंट पोस्ट परीक्षा में देश में 14 रैंक वही लड़कियों में 1 नंबर पाया
- कदम कदम बढ़ाए जा, गगन गगन झुकाए जा.
- रख हौसला कर फैसला, तुझे वक्त को बदलना है.
मुंबई/वशिष्ठ वाणी। यह शब्द सुनते ही एक उम्मीद जगती है कुछ कर गुजरने की. जिस तरीके से उपर लिखी यह पंक्तियां है ऐसा ही कुछ काम किया है मीरा रोड में रहनेवाली भावना यादव ने.भावना यादव ने यूपीएससी के केंद्रीय सशस्त्र बल के परीक्षा में देश में 14 रैंक जबकि लड़कियों में पहला नंबर पाया है. एक और बात यह है की भावना महाराष्ट्र की अकेली लड़की रही जो इस परीक्षा में पास हुई. 4 जनवरी को परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ.

भावना यादव परिचय
भावना यादव मीरा रोड के शांती विद्या नगरी के सामने न्यू ओम कॉम्प्लेक्स में रहती हैं. 28 साल की भावना 2015 से सीविल सर्विस की तैयारियां कर रही हैं, परीक्षा दे रही हैं.उनके पिताजी सुभाष यादव भी पुलिस फोर्स में है. सुभाष यादव मुंबई पुलिस में सहायक फौजदार है. हालांकि यूपीएससी परीक्षा में इतना अच्छा परफॉर्मेंस देने का सफर आसान नहीं रहा. भावना के पास प्रैक्टिस के लिए ग्राउंड नहीं था. आगे चलकर यह समस्या दूर हुई और प्रैक्टिस के लिए जगह मिली जहां उन्होंने रनिंग, जंपिंग की आदि की प्रैक्टिस की.
भावना की पढ़ाई
भावना ने शुरुआती पढ़ाई अंधेरी के सेंट झेवियर्स स्कूल से की. इसके बाद उनका परिवार मीरा रोड में रहने आया. यही मीरारोड के शांतीपार्क के सेंट झेवियर्स से भावना ने 10 वी की पढ़ाई पूरी की. कॉलेज-एमएस्सी भावना ने विरार के विवा कॉलेज से पूरा किया.

सीविल सर्विस की तैयारी और सफलता
2015 से भावना ने सीविल सर्विस की परीक्षा देना शुरू किया. उसके बाद महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की सब इंस्पेक्टर की परीक्षा में वह दो बार पास हुई पर फील्ड टेस्ट में असफल रही. कोशिश के बावजूद असफलता मिली लेकिन उन्होंने अपने प्रयास जारी रखे. इस बीच उन्हें मौका मिला. यह मौका था यूपीएससी के असिस्टेंट कमाडेंट पोस्ट के रूप में जिसको भावना ने भुनाया. यूपीएससी के केंद्रीय सशस्त्र बल के असिस्टेंट कमाडेंट पोस्ट परीक्षा पास होनेवाले 187 स्टूडेंट्स में भावना का नाम शामिल था. भावना ने देश में 14 रैंक और लड़कियों में पहला नंबर हासिल किया. 4 जनवरी को रिझल्ट आने के बाद उन्हें सभी लोग बधाईयाँ दे रहे हैं.