अफगानिस्तान (Afghanistan) से सिखों और हिंदुओं के एक शिष्टमंडल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर उनसे मुलाकात की। भारत में बड़ी संख्या में अफगान सिख और हिंदू रहते हैं। हाल में तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की सत्ता हथियाने के बाद भारत सरकार ने उनमें से अनेक को वहां से निकाला था। अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर उत्पीड़न झेलने वाले अल्पसंख्यकों के प्रति मोदी सरकार ने कई बार अपनी प्रतिबद्धता जताई है।
पीएम मोदी से मुलाकात करने वाले लोगों में गुलजीत सिंह, हरभजन सिंह, डॉ. रघुनाथ कोचर अफगान मूल के भारतीय व्यवसायी बंसरी लाल अरेन्दे शामिल थे। इनका पिछले साल की शुरुआत में अफगानिस्तान में अपहरण कर लिया गया था। इस बैठक में ज्यादातर अफगान मूल के ऐसे हिंदुओं और सिखों ने हिस्सा लिया, जो पिछले 2 दशकों में भारत आए हैं। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हें हाल ही में अफगानिस्तान से लाया गया है।
प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में, संगठन प्रमुख पुनीत सिंह चंडोक ने अफगानिस्तान से पवित्र ग्रंथों को भारत मंगवाने, अफगान अल्पसंख्यकों- हिंदुओं और सिखों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। चंडोक ने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों को भारत की ओर से दी जा रही मानवीय सहायता मोदी सरकार द्वारा मानवता को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है।